कारगिल युद्ध में सैनिकों की महान शहादत युवाओं को सदैव देशसेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी — भगवंत सिंह मान
कारगिल युद्ध में पंजाबियों की महान कुर्बानियों को याद किया
चंडीगढ़, 26 जुलाई, देश क्लिक ब्यूरो :
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान शहीद सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान सेना के जांबाज़ योद्धाओं की महान शहादत हमारे युवाओं को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत होकर निस्वार्थ भाव से राष्ट्र सेवा के लिए हमेशा प्रेरित करती रहेगी।
शहीदों के प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने यहाँ बोगनविलिया गार्डन स्थित युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और कारगिल युद्ध के दौरान अपने प्राण न्योछावर करने वाले पंजाब के बहादुर जवानों को नमन कर श्रद्धांजलि दी।
साल 1999 के कारगिल युद्ध को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस युद्ध के दौरान समूचे देश ने देशभक्ति के जज़्बे के साथ एकजुटता का परिचय दिया था।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारत की सशस्त्र सेनाओं की अद्वितीय वीरता का प्रतीक है क्योंकि इस युद्ध में हमारे सैनिकों ने बलिदान, पराक्रम और बहादुरी की बेमिसाल गाथा लिखी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने तमाम चुनौतियों के बावजूद जुलाई 1999 में कारगिल, द्रास और बटालिक क्षेत्रों में घुसपैठ करने वाली पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया। भगवंत मान ने कहा कि भारतीय सैनिकों द्वारा दिखाई गई अद्वितीय बहादुरी का ऐसा उदाहरण विश्व इतिहास में कहीं नहीं मिलता, जो हमारे युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होकर मातृभूमि की सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश अपने जांबाज़ सपूतों का सदैव ऋणी रहेगा जो कठोर गर्मी और कड़ाके की सर्दी में भी देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि सैनिकों के अनुकरणीय योगदान के सम्मानस्वरूप राज्य सरकार द्वारा ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले सैनिकों के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास हमारे सैनिकों द्वारा की जा रही देश सेवा के प्रति एक विनम्र प्रयास है।
इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स और महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रेपरेटरी इंस्टिट्यूट एवं माई भागो आर्म्ड फोर्सेज प्रेपरेटरी इंस्टिट्यूट, मोहाली के कैडेट्स के साथ संक्षिप्त बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए सशस्त्र सेनाओं में शामिल होने हेतु प्रोत्साहित किया। भगवंत मान ने कहा कि वे बाकी युवाओं के भीतर भी देशभक्ति और राष्ट्रवाद की भावना पैदा करने हेतु रोल मॉडल बन सकते हैं।
पी.ए.पी. बैंड के साथ पी.ए.पी. ग्रुप के कमांडर डी.एस.पी. देवेंद्र सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रभावशाली ढंग से गार्ड ऑफ ऑनर के जरिए सलामी दी गई। कार्यक्रम में कई वरिष्ठ व सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारी भी शामिल हुए।
इस अवसर पर रक्षा सेवाएं कल्याण मंत्री महिंदर भगत, सचिव जी. बालामुरुगन और निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) भूपिंदर सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।