एस आई आर के ज़रिए वोट के अधिकार पर ही डाका डालने की चल रही है साज़िश: कॉमरेड दीपांकर भट्टाचार्य

ट्राईसिटी पंजाबी

दीपांकर ने SIR के खिलाफ पूरे देश को लड़ाई लड़ने का दिया आह्वान

चंडीगढ़, 7 सितंबर, देश क्लिक ब्यूरो ::
ऑल इंडिया पीपल्स फ़ोरम (AIPF) की ओर से कॉमरेड स्वप्न मुखर्जी को समर्पित भाषण शृंखला के तहत “बिहार में कराए जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न (SIR) के ज़रिए चुनाव प्रक्रिया पर हमला” विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड दीपांकर भट्टाचार्य मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉमरेड मंगत राम पासला, जीएनडी यूनिवर्सिटी के प्रो. कुलदीप सिंह ने की और मंच संचालन कॉमरेड कंवलजीत सिंह ने किया।

कॉमरेड दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार में चलाए गए स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न (SIR) पर बोलते हुए कहा कि इसके जरिए हमारे अधिकार छीनने की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि जब इस संबंध में विपक्षी पार्टियों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत के चुनाव आयोग से मिला तो चुनाव आयोग भाजपा के प्रवक्ता की तरह ही बात करता है। चुनाव आयोग वही बोलता है जो मोदी बोलते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव से पहले क़रीब 65 लाख वोटरों को वोटर सूची से बाहर किया जा रहा है। कॉमरेड दीपांकर ने कहा कि महाराष्ट्र में पहले वोट चोरी की गई थी। उन्होंने कहा कि वोट चोरों को गद्दी से उतारना ही होगा, नहीं तो वे संविधान के जरिए मिली नागरिकता और वोट के अधिकार को ही ग़रीबों और अल्पसंख्यकों से छीन लेंगे। उन्होंने कहा कि आज जो लोग बिहार में SIR के खिलाफ लड़ रहे हैं, उसमें पूरे देश को साथ देना चाहिए।

इस मौके पर मंगत राम पासला ने संबोधन करते हुए कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं पर क़ब्ज़ा कर लिया है। आज भाजपा देश को इतिहास में पीछे ले जाकर दलितों को फिर से ग़ुलाम बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि पंजाब में भी इस ख़तरनाक साज़िश के खिलाफ पोल-खोल अभियान चलाया जाएगा।

इस अवसर पर वरिष्ठ कॉमरेड इंदरजीत सिंह ग्रेवाल, संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सदस्य प्रसोतम शर्मा, पंजाब किसान यूनियन के सूबा अध्यक्ष रुलदू सिंह मानसा, पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लैेलन बघेल, अजयब सिंह तिवाना, एडवोकेट विपिन कुमार, कॉमरेड लाल बहादुर आदि ने भी संबोधन किया। इस मौके पर पुनीत और प्रिंस ने गीतों से माहौल को जीवंत बनाए रखा। पंजाब यूनिवर्सिटी से छात्र संगठन आइसा ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

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