मोरिंडा 6 जनवरी (भटोआ)
कंप्यूटर टीचर्स यूनियन पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष बलजिंदर सिंह फतेहपुर के नेतृत्व हुई बैठक में फैसला लिया गया कि बीएलओ डयूटी के चलते 8 जनवरी की जगह पंजाब के मुख्यमंत्री आवास का संगरूर में घेराव 7 जनवरी को किया जाएगा.
जिला अध्यक्षों और राज्य कमेटी के सदस्यों ने फैसला किया कि 6 जनवरी को हुई पंजाब सरकार की कैबिनेट बैठक में कंप्यूटर शिक्षकों के भविष्य के लिए कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, जिस को लेकर कंप्यूटर शिक्षकों में काफी रोष और आक्रोश है.
गौरतलब है कि पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, पंजाब और अपनी पार्टी के विभिन्न मंचों के माध्यम से कंप्यूटर शिक्षकों को दीवाली 2022 से पहले सिविल सेवा नियमों और छठे वेतन आयोग को पूरी तरह से लागू करने के लिए कई घोषणाएं की हैं, लेकिन पंजाब के शिक्षा मंत्री के साथ हुई कंप्यूटर शिक्षक यूनियन की 30 दिसम्बर को हूई बैठक में शिक्षा मंत्री फंड की कमी का बहाना बताकर वादे से भागते नजर आए.
संस्था के प्रदेश उपाध्यक्ष हरजीत सिंह संधू ने जानकारी देते हुए बताया कि बेशक पंजाब सरकार ने जुलाई 2011 को शिक्षा विभाग की पिक्ट्स सोसायटी के तहत पंजाब सिविल सर्विस सर्विस के तहत कंप्यूटर शिक्षकों की सेवाओं को नियमित कर दिया था. लेकिन आज तक कंप्यूटर शिक्षकों को किसी भी नियमित कर्मचारी की तरह पूरा लाभ नहीं दिया गया।कंप्यूटर शिक्षकों को छठा वेतन आयोग, ए.सी.पी., आई.आर. और अन्य वित्तीय लाभ रोके गए। जबकि पंजाब के सभी नियमित कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग द्वारा अधिसूचित किया गया है, और उनहे एसीपी, आई.आर. छठवें वेतन आयोग का बकाया भी दे दिया गया है लेकिन कंप्यूटर शिक्षकों के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया जा रहा है.
इस अहम बैठक में दविंदर सिंह, रविंदर सिंह, हरमीत, हरपाल सिंह, रजनीश कुमार, गोरव, अमत बारिया, रिमत नारंग, जोत सरूप, सतीश, जगंदर, दीपक कक्कड़, चेतन कक्कड़ सहित कई महिलाएं शामिल थीं.