श्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना काल खत्म होने के बाद तीसरे साल में प्रदेश सरकार ने विकास को गति देने के लिए कड़ी मेहनत की, जिसके परिणाम अब मिलने लगे हैं। अब घर बैठे लोगों तक केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। आयुष्मान के साथ चिरायु हरियाणा योजना को जोड़ा गया है। पहले आयुष्मान योजना के लिए साढ़े 15 लाख लोग पात्र थे, अब इनकी संख्या बढ़कर 34 लाख हो गई है। गरीबी की आय सीमा को 1.20 लाख से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला में एक लाख 34 हजार लोगों ने आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन किया, जबकि 92 हजार मंजूर हो चुके हैं, बाकि जल्द बनाए जाएंगे। करनाल जिले में 4800 लोगों ने आयुष्मान कार्ड का लाभ उठाया है। इनके इलाज पर 16 करोड़ 55 लाख रुपये सरकार ने खर्च किए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आम आदमी की चिंता है। गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की गई। गरीबों को मकान की मरम्मत की राशि भी 31 हजार रुपए से बढ़ाकर 80 हजार रुपये की गई है। मुख्यमंत्री ने उन 8 लोगों को वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृति प्रमाण पत्र वितरित किए, जिनकी आज पेंशन बनाई गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न वर्गों के लोगों की शिकायतों को सुना और संबंधित अधिकारियों को उनके समाधान के निर्देश दिये। दयानंद कॉलोनी को नियमित करने की मांग पर सीएम ने नगर निगम आयुक्त को फिजिबिलिटी जांच कर केस सरकार को भिजवाने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि 750 से अधिक कॉलोनियों को नियमित किया जा चुका है और 200 से अधिक कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी। इस मौके पर पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता, उपायुक्त अनीश यादव और एसपी शशांक कुमार सावन सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।