स्टार स्पोर्ट्स द्वारा रिकॉर्ड चीयर अप सांग मौका मौका सांग ने खूब धमाल मचा है आलम की मखमली आवाज़ ने क्रीक्टर के साथ साथ क्रेकेटर प्रेमिओं के दिल दिमाग मै गूँजता है ये मौका मौका हमने जाना इस सांग बारे सिंगर आलमगीर खान ने कहा की ये सांग मैंने रेपपेसेंट किया और मुझे ख़ुशी है की जब भी क्रेकेट की बात हो या वर्ड कप की तो मेरा सांग चलता है तो मुझे ख़ुशी होती है
आलमगीर खां का नाम अब किसी परिचय का मोहताज नहीं । छोटी उम्र में ही उसने बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में अपनी बुलंद आवाज देकर एक अलग पहचान बनाई है। पटियाला जिले के गांव ललोधा । पटियाला में जन्में और पले-बढ़े आलमगीर का बॉलीवुड तक का सफर भी रोमांचक रहा है। तीन साल पहले मुंबई पहुंचे आलमगीर ने बताया कि उसने पिता मुरली खां जी और दादा जी कर्मदीन जी से म्यूजिक की शिक्षा हासिल की। इसके बाद चंडीगढ़ कला ग्राम से म्यूजिक का सफर शुरू किया। उन्होंने बताया कि उनके पिता बेशक पुलिस में थे, परंतु वह संगीत में इतने निपुण हैं कि उन्होंने अपने बेटे को इस मुकाम क पहुंचा दिया। बॉलीवुड में जाने की इच्छा थी, इसलिए वह मुंबई गए तो वहां किस्मत ने उसका साथ दिया और उनकी मुलाकात हिमेश रेशमिया से हुई, जिसके फलस्वरूम उन्हें सलमान खान की फिल्म बॉडीगार्ड में अपनी आवाज देने का पहला ब्रेक मिला। ख्याली सहारण ने उन्हें रेशमिया की कंपनी के सीईओ एंडी सिंह से मिलवाया। बॉडीगार्ड में देसी बीट सॉंग से उसे एक अलग पहचान मिली और इसके बाद कई हिंदी फिल्मों के 60 हिट गीत गाए। इनमें मनमर्जीयाँ, यमला पगला दीवाना, एक्शन जेक्शन, एक पहेली लीला, शादी के साइड इफ़ेक्टस, बॉडीवार्ड सहित खिलाड़ी 786, मेरे डैड की मारुति आदि फिल्मों में आवाज देकर नाम कमाया। आलमगीर ने बताया कि इनके आदर्श गायक कलाकारों में उस्ताद जनाब मरहूम नुसरत फतेह अली खां साहिब, गुलाम अली खां साहिब, उस्ताद जनाम ईदू शरीफ जी, सुखविन्द्र सिंह , कविता कृष्णा मूर्ति और आशा भौंसले, शामिल हैं।
। जिस तरह पंजाबी गायक अब के जवाब में उन्होंने कहा कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है। गायक ने बताया कि संगीत पर ही ज्यादा ध्यान देंगे और खुद को बॉलीवुड में लंबे समय तक स्थापित करेंगे। फि ल्मों में अभिनय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उनको सिर्फ संगीत से ही प्यार है और ताउम्र इसके लिए समर्पित रहेंगे।