एक साल पहले हुए थे बदलाव
मोरिंडा, 24 मार्च (भटोआ)
पंजाब सरकार द्वारा 2019 में ऑनलाइन स्थानांतरण नीति पेश की गई थी, लेकिन इस नीति के तहत 2021 में स्थानांतरित किए गए कई शिक्षक अभी भी अपनी पसंद के स्कूलों में जाने का इंतजार कर रहे हैं। शासकीय शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता धर्मिंदर सिंह भंगू ने बताया कि ऑनलाइन स्थानांतरण नीति के तहत इन तबादलों को अगस्त 2021 में लागू किया गया था. तीसरे और चौथे दौर के तबादलों के लागू होने के बाद शिक्षकों को एनएएस (नेशनल अचीवमेंट सर्वे) के पेपर का हवाला देते हुए पुराने स्कूल में रेफर कर दिया गया।एनएएस की परीक्षा नवंबर में हुई थी। जिले के अंदर और बाहर ट्रांसफर किए गए शिक्षकों को स्कूलों में वापसी के कारण इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन प्रतिनियुक्ति को उन विद्यालयों में भी निरस्त नहीं किया जा रहा है जहां स्थानांतरण के बाद नियमानुसार आवश्यक स्टाफ रह गया है। इन सबके कारण, ये स्थानान्तरण लागू होने पर भी लगभग न के बराबर हैं। लंबे समय से लंबित ये तबादले शिक्षकों के प्रति विभाग की गंभीरता की कमी का प्रमाण हैं। शिक्षक नेता श्री भंगू ने पंजाब के नए शिक्षा मंत्री श्री गुरमीत सिंह मीत हेयर से व्यक्तिगत हस्तक्षेप के माध्यम से उक्त तबादलों को लागू करने की पहल करने की मांग की है।