चंडीगढ़, 29 नवम्बर
आम आदमी पार्टी पर फिर से हमला बोलते हुये शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने आज कहा कि फज़ऱ्ी नेता लोगों को गुमराह करने के लिए फज़ऱ्ी आंकड़े पेश कर रहे हैं।
आज यहां जारी एक बयान में पंजाब के शिक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री की तरफ से 250 स्कूलों के टिकानों सम्बन्धी जारी की गई सूची सही थी। परगट सिंह ने कहा कि उनको लगता है कि श्री सिसोदिया को जवाब देने की इतनी जल्दी थी कि उन्होंने उन (परगट सिंह) की तरफ से जो लिखा वह पढ़ा ही नहीं। उन्होंने कहा कि श्री सिसोदिया ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वह नेशनल परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडैक्स (पी.जी.आई.) 2021 के मापदण्डों के मुताबिक तुलना करेंगे।
परगट सिंह ने कहा कि मनीष सिसोदिया की तरफ से जारी की गई सूची में स्कूल -बार दाखि़ला नंबर, पक्के अध्यापकों और खाली पदों, दसवीं के नतीजों और प्रिंसिपल के नामों के बारे भी जानकारी दी जानी चाहिए थी। उन्होंने श्री सिसोदिया को 2013 -14 से 2019-20 तक के आंकड़ों का जिक्र करने के लिए भी कहा जिससे सारी तस्वीर स्पष्ट हो सके। परगट सिंह ने कहा कि उन्होंने पहले भी इस जानकारी माँगी थी परन्तु वह हैरान हैं कि वह क्या छिपा रहे हैं।
परगट सिंह ने कहा कि अगर आंकड़ों में फर्क पाया गया तो वह दिल्ली के मुख्यमंत्री को इस तरह भागने नहीं देंगे। विद्यार्थियों के लिए वह शिक्षा में क्या सुधार करेंगे? उन्होंने कहा कि जब प्रिंसिपल ही नहीं हैं तो वह ट्रेनिंग पर किस को भेज रहे हैं? श्री परगट सिंह ने आगे कहा कि जब बच्चे दसवीं में फेल हो गए तो फिर उच्च शिक्षा के लिए कौन जायेगा? उन्होंने कहा कि जब नया स्कूल ही नहीं है तो बुनियादी ढांचे की बात क्यों की जाये?
पंजाब के शिक्षा मंत्री ने कहा कि श्री सिसोदिया इन नुक्तों पर चर्चा करने से झिझकते हो, इसलिए उन्होंने केजरीवाल को सही सूची देने की विनती की। उन्होंने आगे कहा कि आओ हम एक बार फ़ैसला करें कि कौन ‘‘असली’’ और कौन ‘‘नकली’’ आम आदमी है।