...वापस आने वाले सभी छात्रों की डिग्रियां पूरी करने के लिए केंद्र सरकार आवश्यक कदम उठाए : भगवंत मान
...मेडिकल की पढ़ाई व उच्च शिक्षा पहुंच से बाहर होना छात्रों के पलायन का मूल कारण : भगवंत मान
चंडीगढ़, 1 मार्च
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और सांसद भगवंत मान ने केंद्र सरकार से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने की अपील की है। मान ने कहा कि केंद्र सरकार के ढुलमुल रवैये और निकालने की प्रक्रिया देर से शुरू करने की भारी कीमत भारतीय छात्रों को चुकानी पड़ रही है। अभी भारतीय छात्रों का ज्यादा दिनों तक यूक्रेन में रहना बेहद जोखिम भरा होगा, क्योंकि यूएनएससी में भारत के रुख का सीधा असर यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों पर पड़ रहा है।
भगवंत मान ने कहा कि मंगलवार को जारी की गई एडवाइजरी में भारत सरकार ने छात्रों से कहा कि वे जितना जल्द हो सके कीव छोड़ दें, लेकिन बॉर्डर तक छात्रों को पहुंचने के लिए कोई न तो कोई साधन उपलब्ध कराए गए और न ही कोई उपाय बताए गए हैं। यूक्रेन के पूर्वी हिस्सों में भारी गोलाबारी हो रही है लेकिन केंद्र सरकार छात्रों को वहां से निकलने का कोई ठोस रास्ता नहीं बता रही है। मान ने कहा जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, वहां फंसे छात्रों के माता-पिता की चिंता बढ़ती जा रही है।
मान ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षा माफिया के कारण हमारे बच्चे अपने घर छोड़कर विदेशों में पढ़ने के लिए मजबूर हैं। इसी कारण आज वे युद्धग्रस्त देश में फंस गए हैं। उन्होंने दोहराया कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार की बेहद जरूरत है, सरकारी कॉलेज और यूनिवर्सिटी ज्यादा से ज्यादा संख्या में बनाया जाना चाहिए। वर्तमान सरकारी विश्वविद्यालयों की खराब हालत को ठीक किया जाए और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों की फीस को विनियमित करने के लिए ठोस योजना बनाई जाए। मान ने कहा कि अगर हम अपने युवाओं और देश के भविष्य को बचाना चाहते हैं तो केंद्र और राज्य सरकारों को इस मामले में और अधिक गंभीर होने की जरूरत है। शिक्षा व्यवस्था की हालत में सुधार करने के लिए हमें हर हाल में शिक्षा माफिया पर लगाम लगाना होगा और सरकारी शिक्षण संस्थानों को बढ़ावा देना होगा।
भगवंत मान ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि युद्ध के कारण मजबूर होकर डिग्री पूरी किए बिना वापस आने वाले छात्रों की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक कमेटी बनाई जाए और उन्हें भारत में ही डिग्री पूरी करने की उचित व्यवस्था की जाए। मान ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र अभी दोहरे दबाव का सामना कर रहे हैं, एक तरफ उन्हें यूक्रेन से सुरक्षित निकलने की चिंता है। दूसरी तरफ, पढ़ाई अधूरी रहने व भविष्य की चिंता सता रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, शिक्षा मंत्रालय, राज्य सरकारों और संबंधित मंत्रालयों की मदद से प्रभावित छात्रों की डिग्री पूरी करने भरोसा दिलाया और उनकी सभी समस्याओं का समाधान करे।