नई दिल्ली, 17 दिसंबर
शिक्षा मंत्रालय चाहता है कि स्कूल बैग को हल्का करने के लिए देश के सभी राज्य तेजी से कार्रवाई करें। दरअसल नई शिक्षा नीति में यह अनुशंसा की गई है कि स्कूल बैग का वजन छात्र के शरीर के वजन के 10 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए। शिक्षा मंत्रालय का यह कदम छात्रों के अच्छे स्वास्थ्य और तनाव मुक्त अध्ययन पर केंद्रित है। एससीईआरटी, स्कूलों और शिक्षकों द्वारा पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र में उपयुक्त परिवर्तनों के माध्यम से स्कूल बैग और पाठ्यपुस्तकों के वजन को कम करने के लिए ठोस प्रयास कर रहा है। इन प्रावधानों के आधार पर, समग्र शिक्षा के तहत वित्त पोषण स्कूल सुधार, शिक्षक प्रशिक्षण, नए पाठ्यक्रम ढांचे के विकास के लिए, मूलभूत शिक्षा और संख्यात्मकता पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूल बैग को लेकर सभी हित धारकों से एक्शन लेने को भी कहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय चाहता है कि अब सभी स्कूल नई शिक्षा नीति के इस प्रावधान पर कार्रवाई करें। ऐसा होने पर छात्रों के स्कूल बैग का वजन कम हो सकेगा। प्रत्येक कक्षा के छात्र के लिए एक स्कूल बैग के रूप में निश्चित औसत वजन से अधिक का बोझ नहीं डाला जाएगा।
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि स्कूल लाने ले जाने वाली पाठ्य पुस्तकें और स्कूल द्वारा दिए जाने वाला होमवर्क भी नई शिक्षा नीति के इस प्रावधान का एक हिस्सा हैं। शिक्षा मंत्रालय ने इस विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों के अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना और उनकी तनावमुक्त शिक्षा को प्रोत्साहित करना है।
नई शिक्षा नीति में प्रावधान है कि स्कूली पाठ्यचर्या में सामग्री में कमी, लचीलेपन में वृद्धि और रटने के बजाय रचनात्मकता पर नए सिरे से जोर दिया जाएगा। नई शिक्षा नीति यह भी कहती है कि स्कूली पाठ्यपुस्तकों में समानांतर परिवर्तन के साथ होना चाहिए। सभी पाठ्यपुस्तकों का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण समझी जाने वाली आवश्यक मूल सामग्री (चर्चा, विश्लेषण, उदाहरण और अनुप्रयोगों के साथ) को शामिल करना होगा।
नई शिक्षा नीति में यह भी प्रावधान है कि जहां संभव हो, स्कूलों और शिक्षकों के पास उनके द्वारा नियोजित पाठ्यपुस्तकों में विकल्प होंगे। पाठ्यपुस्तकों के एक सेट में से जिसमें आवश्यक राष्ट्रीय और स्थानीय सामग्री शामिल हो, ताकि वे इस तरह से पढ़ा सकें जो उनकी अपनी शैक्षणिक शैलियों के लिए भी सबसे उपयुक्त हो।
--आईएएनएस