हम ईमानदारी और लगन से काम करेंगे; भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ अपनाई जायेगी ज़ीरो सहणशीलता नीति
डॉ. विजय सिंगला, कैबिनेट मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान, पंजाब ने अपने दोनों विभागों के सीनियर अधिकारियों के साथ की पहली मीटिंग
चंडीगढ़, 23 मार्चः
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान विभागों के कैबिनेट मंत्री के तौर पर पद देखभालने के उपरांत डॉ. विजय सिंगला ने आज यहाँ पंजाब भवन, चंडीगढ़ में इन दोनों विभागों के उच्च अधिकारियों की मीटिंग की अध्यक्षता की।
उन्होंने मौजूदा स्थिति का जायज़ा लिया और सीनियर अधिकारियों और अन्य प्रोग्राम अफसरों आदि की मौजूदगी में इन विभागों के कामकाज का जायज़ा लिया।
मीटिंग के दौरान विभाग के अधिकारियों की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री को विभाग की तरफ से जनता को मुहैया करवाई जा रही सेवाओं और सहूलतों के बारे अवगत करवाया।
राज कमल चौधरी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, अलोक शेखर, प्रमुख सचिव, मेडिकल शिक्षा, कुमार राहुल, एमडी एनएचएम, अमित कुमार, विशेष सचिव मेडिकल शिक्षा, भुपिन्दर सिंह, एमडी पीएचएससी और डॉ. जीबी सिंह, डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं पंजाब समेत विभाग के अन्य सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे।
मीटिंग के दौरान डॉ. विजय सिंगला ने चिंता ज़ाहिर करते हुये कहा कि राज्य के किसी भी सरकारी मेडिकल कालेज में एक भी कैथ लैब मौजूद नहीं है, जिस कारण दिल के रोगों से पीड़ित मरीज़ और तत्काल डाक्टरी इलाज की ज़रूरत वाले मरीजों को प्राईवेट अस्पताल में इलाज करवाने हेतु जाने के लिए मजबूर हैं जहाँ बहुत ज़्यादा खर्चा हो जाता है।
डाक्टर सिंगला ने कहा कि वह सरकारी मेडिकल कालेजों में जल्द से जल्दी कैथ लैबें खोलने के काम को पहल के आधार पर करेंगे जिससे पंजाब के लोगों को जीवन बचाने के टैस्ट और इलाज की सहूलतें सस्ते भाव पर उपलब्ध करवाई जा सकें।
उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में डाक्टरों की कमी को बिना किसी देरी के पहल के आधार पर पूरा करने पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने आयुषमान भारत मुख्यमंत्री सेहत बीमा योजना के कामकाज की समीक्षा की जिस अधीन लाभार्थियों को सूचीबद्ध अस्पतालों में मुफ़्त इलाज की सुविधा मिलती है।
डॉ. विजय सिंगला ने डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया आदि बीमारियों की जांच को तुरंत तेज करने के निर्देश भी दिए जिससे विभाग इसके फैलने को समय पर, ट्रांसमिशन सीजन से पहले अच्छी तरह काबू कर सके।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए और सभी योग्य व्यक्तियों का टीकाकरण करने के लिए कोविड टीकाकरण मुहिमें और तेज़ी से चलाईं जाएंगी।
नशा मुक्ति प्रोग्राम का जायज़ा लेते हुये स्वास्थ्य मंत्री ने ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक और नशा मुक्ति और पुनर्वास केन्द्रों के कामकाज में सुधार करने की ज़रूरत के निर्देश दिए और कहा कि वह जल्दी ही एक समर्पित मीटिंग करेंगे, जिसमें रणनीति बनायी जायेगी और प्रोग्राम की कमियों को दूर किया जायेगा।
डॉ. विजय सिंगला ने हिदायत की कि लोगों के रोज़मर्रा के मसलों जैसे कि फूड सैंपलिंग रिपोर्टें, केमिकल टेस्टिंग रिपोर्टें, मेडिकल रिमबरसमैंट, एफ. एस. एस. ए. आई. या किसी अन्य सम्बन्धित एक्ट के अधीन लाज़िमी रजिस्ट्रेशनें और लायसंस जारी करने और मेडिकल रिपोर्टें आदि को जनहितैषी बनाया जाये।
उन्होंने पी. एच. एस. सी. और विभाग के अन्य विंगों के अधिकारियों को कहा कि वह यह यकीनी बनाएं कि एक सुचारू प्रबंध और पारदर्शी खरीद नीति अपनाई जाये जिससे विभाग सिर्फ़ अच्छी गुणवत्ता की दवाएँ और अन्य साजो-सामान आदि को सही भाव पर खरीद करने के योग्य हो सके। उन्होंने ब्लड बैंकों के कामकाज और अन्य सम्बन्धित सेवाओं का भी जायज़ा लिया।